
PLI Scheme।इलेक्ट्रिक सेगमेंट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का बाजार बढ़े इसके लिए सरकार ने एक नई स्कीम का एलान किया है जिससे कई इलेक्ट्रिक गाड़ियों के प्रोडक्शन के निर्माण करने के लिए कई कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। कहीं न कहीं इससे प्रदूषण को कम करने के साथ ही कंपनियों को इस ओर जागरूक करने के लिए इस तरह की स्कीम लाई गई है। आइए जानते हैं इस PLI स्कीम के बारे में-
क्या है PLI स्कीम
घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और आयात बिलों में कटौती करने के लिए, पीएलआई योजना मार्च 2020 में घरेलू इकाइयों में निर्मित उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। देश में पीएलआई योजना के लिए 13 क्षेत्रों का चयन किया गया है। इन क्षेत्रों में ऑटोमोबाइल, लैपटॉप, मोबाइल फोन और दूरसंचार उपकरण, सफेद सामान उद्योग, रासायनिक सेल, कपड़ा, खाद्य उत्पादन सहित आईटी हार्डवेयर आदि शामिल है।
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केंद्र सरकार ने स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में घोषित पीएलआई योजना के लिए भारत में स्थित 20 कार निर्माताओं को मंजूरी दे दी है। इन कार निर्माताओं में टाटा मोटर्स, महिंद्रा, हुंडई और किआ जैसी कंपनियां शामिल हैं। कुल 115 कार निर्माताओं ने पीएलआई के लिए आवेदन किया था। हालांकि इसमें मारुति सुजुकी एकमात्र ऐसी बड़ी कंपनी है जिसे यह मंजूरी नहीं मिली है। सूत्रों के मुताबिक, मारुति सुजुकी ने मानदंडों को पूरा करने में विफल रहने के बाद अपनी मूल कंपनी सुजुकी मोटर के समर्थन में आवेदन वापस ले लिया।
गैर-ऑटोमोटिव श्रेणी ओला इलेक्ट्रिक
इन चुनिंदा 20 कार निर्माताओं में से कुछ दोपहिया निर्माता जैसे ओला इलेक्ट्रिक, टीवीएस, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो और पियाजियो कुछ ऐसे दोपहिया वाहन निर्माता हैं जिन्हें चुना गया है। वहीं नॉन-ऑटोमोटिव कैटिगरी में ओला इलेक्ट्रिक को इसके लिए चुना गया है।
इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन वाहनों को मिलेगा प्रोत्साहन
20 कार निर्माताओं को ‘चैंपियन ओईएम इंसेंटिव स्कीम’ के लिए चुना गया है, जो भारत में ऑटोमोबाइल और कंपोनेंट उद्योग के लिए केंद्र की PLI Scheme का हिस्सा है। ‘चैंपियन ओईएम स्कीम’ एक ‘सेल वैल्यू लिंक्ड’ स्कीम है, जो बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहनों के सभी खंडों पर लागू होती है। इस योजना का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों के उत्पादन को बढ़ावा देना है।
PLI Scheme से रोजगार से अवसर बढ़ेंगे
उम्मीद है कि पीएलआई योजना के तहत मिले प्रोत्साहनों से अगले पांच साल में इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। क्योंकि कंपनियां अपने प्रोडक्शन को बढ़ाएंगी जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेेंगे।
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