
Electric Vehicle Fires Risk। हाल ही में देश के अलग-अलग राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटना सामने आई है, जिसे लेकर ग्राहकों के साथ-साथ ऑटोमोबाइल कंपनियां भी चिंतित है। Electric Vehicle में आग लगने के रिस्क में बिक्री में गिरावट की आशंका भी जताई जा रही है लेकिन साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस यह गिरावट कुछ समय के लिए ही होगी। दरअसल ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ साथ केंद्र सरकार खुद भी ऐसी घटनाओं को लेकर सतर्क है और जांच के आदेश दे दिए हैं।
इन कंपनियों ने वापस बुलाए अपने Electric Vehicle
बीते कुछ सप्ताह में आग लगने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटरों ने देशभर में कई बार सुर्खियां बटोरी हैं। इस बीच ओकिनावा ऑटोटेक ने 3,000 से अधिक इकाइयों को वापस बुला लिया है, जबकि Pure EV ने लगभग 2,000 इकाइयों को वापस बुला लिया है। 24 अप्रैल को Ola कंपनी ने भी घोषणा की है कि वह स्वेच्छा से 1441 इकाइयों को वापस बुलाएगी।
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आग लगने की घटना पर क्या कहते हैं जानकार
यदि आप भी इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने वाले हैं और आग लगने की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं तो इस बारे में इलेक्ट्रिक व्हीकल कारोबार से जुड़े विशेषज्ञों की राय जान सकते हैं। ट्रोनटेक के संस्थापक और CEO समरथ कोचर और लोहम क्लीनटेक के सह-संस्थापक और CEO रजत वर्मा ने इस बारे में अपनी राय दी है। कोचर का कहना है कि कोई भी बैटरी या कोई वाहन खराब होने से पहले मानव शरीर की तरह ही कुछ संकेत देता है। बैटरी विस्फोट से पहले सामान्य रूप से व्यवहार नहीं करेगी, जब भी आपकी बैटरी ऐसे संकेत दिखाती है, जो सामान्य नहीं हैं, तो लोगों को इसे तत्काल डीलर के पास ले जाना चाहिए। वहीं लोहम क्लीनटेक के सीईओ रजत वर्मा भी इस बात पर सहमति जताते हैं।
सामान्य रेंज न दें तो हो जाएं अलर्ट
इसके अलावा रजत वर्मा ने कहा कि जब भी आप अपना व्हीकल लेकर वापस घर पहुंचे तो उसे तत्काल चार्जिंग पर नहीं लगा देना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आपका व्हीकल सामान्य रेंज दे रहा है या नहीं या तेजी से डिस्चार्ज तो नहीं हो रहा है। यदि ऐसे कोई भी संकेत मिलते हैं तो तत्काल अलर्ट हो जाना चाहिए।
बैटरी चार्ज करते समय ये सावधानी बरतें
Electric Vehicle की बैटरी चार्ज करते समय कंपनी के दिए गए निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना चाहिए। ऐसी चार्जिंग केबल का ही उपयोग करना चाहिए, जिसकी सलाह कंपनी के मेन्युअल में दी गई है। ज्यादा सस्ती केबल बदलने से वाहन और बैटरी को नुकसान हो सकता है। बैटरी चार्ज करते समय अपने घर के अंदर, नियमित प्लग पॉइंट पर बैटरी चार्ज नहीं करना चाहिए।
हर माह जरूर चेक करें बैटरी की स्थिति
रजत वर्मा का कहना है कि पुरानी पीढ़ी के इलेक्ट्रिक वाहनों को हर तिमाही में एक बार बैटरी की स्थिति के लिए जांचना जरूर करना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोई निश्चित समय नहीं है, लेकिन जब व्हीकल पर्याप्त माइलेज न दे, या इंजन में ओवरहीटिंग के संकेत दिखाई दे तो तत्काल बैटरी चेक कर लेना चाहिए।
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